श्री शुक्ला जी ह छत्तीसगढ़ी के वरिष्ठ रचनाकार आय जेन ला हम आजादी के बाद के पहिली पीढ़ी मा गिने सकत हन । इनला छत्तीसगढ़ी भाषा मा पहिली उपन्यास लिखे के गौरव हासिल हे । लोक साहित्य के ऊपर श्री शुक्ल जी ह पोट्ठ काम करे हे । कई ठिन किताब के रचयिता । कई संस्था मन ले सम्मानित अउ पुरस्कृत । आज घलोक अपन लगातार रचनाकर्म ले छत्तीसगढ़ी साहित्य के अंचरा ला गमकावत हें । सृजन-सम्मान उन्कर रचनात्मकता ला दुनिया भर मा बगराना ला अपन गौरव के बात मानत हे - सृजन-सम्मान
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